विगत कुछ दिनों पहले मध्य प्रदेश के सीधी जिले मैजिक वाइस ऐप गैंग द्वारा 7 से अधिक आदिवासी छात्राओं को गुमराह कर दुष्कर्म का मामला समाचार पत्रों के माध्यम से जानकारी में आया जिसमें कॉलेज टीचर बनकर मैजिक वाइस ऐप के जरिए महिला की आवाज यह बात कर आदिवासी छात्राओं से छात्रवृत्ति के लिए दस्तावेज मंगवाने के बहाने सुनसान जगह बुलवाकर अपहरण कर दुष्कर्म करने की बात सामने आई इस घटना ने शासन प्रशासन को चुनौती देने के साथ-साथ देश की बेटियों को आत्म सम्मान और शिक्षा के प्रति समर्पण को कुचलकर समाज को कलंकित किया है इस घटना आदिवासियों की लड़कियों को ही निशाना बनाया गया है। आदिवासियों के खिलाफ मध्य प्रदेश में लगातार हो रहे हैं अत्याचार का जीवित प्रमाण है साथ ही इस घटना में वॉइस मैजिक के दरिंदे तक छात्रों के मोबाइल नंबर और छात्रवृत्ति के लिए योग्यता और उनके छात्रवृत्ति फॉर्म डाटा में कमी की जानकारी कैसे पहुंची है संदेह जनक बात है इस अमानवीय घटना को अंजाम पहले से दिया जा रहा था तथापी सरकार के खुफिया एजेंसी और प्रशासन के जानकारी न होने संवेदनशीलता और विशेषता पर प्रश्न खड़ा करता है इसलिए पीड़ितों को न्याय दिलाने फास्ट ट्रैक कोर्ट बनकर 30 दिवस के अंदर दोषियों को फांसी की सजा दी जाए पीड़ित छात्राओं को 50 50 लाख में मुआवजा और परिवार सहित पुलिस सुरक्षा दी जाए ताकि प्रदेश से अपराधों पर लगाया रोक लगाया जा सके ।
ज्ञापन में उपस्थित जयस जिला अध्यक्ष विजय डामोर झाबुआ मुकेश भूरिया ऋतिक भूरिया अनिल भूरिया रितेश गणावा गोविंद मईडा अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे।